THE WORST ANIMAL(HUMAN)-44
मौली बोली बॉडी में एक अलग सा दर्द रहता है, हमेशा बेचैनी होती है । कुछ समझ में नहीं आता हो क्या रहा है मेरे साथ। पहले सब ठीक था, अचानक कुछ दिनों से यह दर्द शुरू हो गया कुछ काम करने का मन नहीं करता और कभी-कभी लगता है कि हल्का हल्का फीवर है।
डॉक्टर ने मौली को बोला अपना हाथ आगे करो। मौली ने हाथ आगे किया तो उससे पकड़ा और बोला फीवर तो नहीं है अभी। तो वह बोली अभी नहीं है पर कभी-कभी आता है।
जैसे ही डॉक्टर ने मौली के हाथ को छुआ था मौली को एक अलग एहसास हुआ यह फीलिंग नॉर्मल वाली नहीं थी उसके छूने के तरीके से ही पता चल रहा था कि इसके इरादे सही नहीं है।
कुछ देर में डॉक्टर ने उसे कुछ दवाई लिख कर दी और बोला ठीक न हो तो वापस आ जाना। मौली वहा से बाहर निकल कर आ गई।
उसने बाहर आकर को पर्ची फाड़ कर एक तरफ फेक दी और जल्दी से बाहर खड़ी अपनी एक्टिवा पर आकर बैठ गई और जोर-जोर से सांस लेने लगी । कार्तिक भी भाग कर उसके पीछे आया जा आदित्य उसका पहले से इंतजार कर रहा था । आदित्य का मौली का हाथ धुला रहा था जो कब से मौली धो रही थी।
कार्तिक मौली से बोला क्या हुआ सब ठीक है उसने कुछ गलत हरकत तो नहीं कि तुम्हारे साथ। मौली बोली कुछ गलत हरकत तो नहीं की पर जिस तरीके से उसने छुआ था उससे मुझे बहुत घिन आ रही थी।
मौली बोली तुम क्या पता करना चाहते हो बताओगे कुछ । क्या चल रहा है तुम्हारे माइंड में। कार्तिक बोला जो भी इन सब के पीछे हैं और जो बाकी के लोग हैं वह जरूर इस हॉस्पिटल से जुड़े हुए हैं । मैं उनके बारे में पता लगाना चाहता था मुझे एक बात पता चली थी कि जो भी लड़कियां और जो औरतें गायब हुई थी। सभी एस एम एस हॉस्पिटल आई हुई थी और सभी ने लगभग इसी डॉक्टर से इलाज करवाया था।
जहां तक मुझे पता है यह लोग बहुत ही जल्द तुम्हें उठाने की प्लानिंग करेंगे और तुम्हें बच के रहना है । यह ट्रैकर रखो अपने पास हमेशा इसे अपने कपड़ों में चिपका दो। कार्तिक ने उसे एक ट्रैकर अपनी जेब से निकाल कर दिया।
जिसे मौली ने अपने कपड़ों में अंदर की तरफ चिपका दिया । वहां से वह लोग घर के लिए निकल गए थे और कल का इंतजार करने लगे । जैसा कार्तिक ने सोचा था आखिर वैसा ही हुआ। उन सभी लोगों के मोबाइल पर एक मैसेज आया और उसने मौली का फोटो आया जिन लोगों को मार दिया गया था उनका फोन अभी भी कमिश्नर ऑफिस में पड़ा था और उनके फोन पर भी एक मैसेज आया था।
जहा कार्तिक पहले से ही इंतजार कर रहा था कमिश्नर के साथ। कार्तिक ने पहले ही उनके फोन से पुराना व्हाट्सएप डिलीट करके दूसरा व्हाट्सएप डाउनलोड कर दिया था जिससे उन्हें पता ना चले कि मैसेज को देख लिया है।
मौली का एड्रेस और उसका फोटो था मैसेज में।
कार्तिक का प्लान कामियाब होता दिखाई दे रहा था पर इसमें रिस्क भी बहुत ज्यादा था अगर यह लोग थोड़ा सा भी लेट हो गए तो मौली को वह लोग उठाकर लेकर जाएंगे और उसके बाद क्या होगा वह सभी जानते थे।
कार्तिक कमिश्नर से बोला सर अब आप सब आपके ऊपर हैं अगर कुछ भी गड़बड़ हुई तो मौली की जान भी जा सकती हैं तो आप आगे की प्लानिंग बहुत ही सावधानी से शुरू करवा दीजिए जिससे किसी को खबर ना रहे।
कमिश्नर डीआईजी के पास चला जाता है और वहां जाकर आगे की प्लानिंग शुरू कर देता है । कार्तिक अपने घर चला जाता है मौली को इंफोमेशन मिल गई थी कि उन लोगों ने तुम्हें पकड़ने की तैयारी शुरू कर दी है।
जैसे ही बाकी लोगों के पास वह मैसेज पहुंचा सभी एक दूसरे से कांटेक्ट करने के लिए इकट्ठा हुए , देर रात को 1:00 बजे । वो सभी लोग एक जंगल में इकट्ठा हुए थे और एक दूसरे से बोले कि उसे अब भी चैन नहीं है। वह अब हमारी जान के पीछे पड़ा हुआ है जब उसे पता है कि पुलिस अब हमारे पीछे लगी हुई है फिर भी वह हम लोगों को एक नए काम के लिए भेज रहा है।
बाकी के लोग कहां है अभी तक कुछ पता नहीं है मुझे तो डाउट लग रहा है कि शायद वह लोग पुलिस की पकड़ में आ गए।
तो एक बोला अगर ऐसा होता तो अभी तक कुछ ना कुछ तो पता चल ही जाता। क्योंकि ना तो मीडिया में कुछ आया है ना कुछ और पता चला है । मैंने पता किया कुछ और उनके बारे में कुछ भी पता नहीं चला मुझे लगता है वह लोग कहीं भाग गए हैं ऐसी जगह चुप के बैठे हैं जहां उनके बारे में कोई इंफॉर्मेशन नहीं है ।
उन लोगों ने अभी तक मैसेज भी सीन नहीं किया मतलब वह लोग जहां भी है कहीं छुपे हुए हैं और उन लोगों ने अपना फोन बंद कर दिया हो सकता है। वह जंगल में होंगे इसलिए नेटवर्क नही होगा।
उन लोगों का जाने का मन तो था नहीं पर वह वापस उस आदमी का मैसेज आ गया था कि कैसे भी करके उन्हें वह लड़की चाहिए । अगर वह नहीं मिली तो तुम में से कोई भी जिंदा नहीं रहेगा ना तुम्हारे घर वाले वह लोग करते क्या।
अगले दिन वह लोग अपना अपना फेस बदल कर वापस आ गए थे जयपुर शहर में। सभी ने अपने चेहरे पर किसी और का मास्क पहन रखा था जिससे उन्हें कोई पहचान ना सके और वह मौली के आसपास पहुंच चुके थे कि वह कहां जाती है।
आदित्य कार्तिक और कमिश्नर के कुछ सीक्रेट ऑफिसर मौली हमेशा आस-पास ही थे। बिना वर्दी में जो 24 घंटे उस पर नजर रखे हुए थे । वह लोग मौली को घर से तो उठाने नहीं सकते और न ही कॉलेज से उठाएंगे । बीच रास्ते से उठा सकते है बीच रास्ते से।
उनमें से दो लोग मौली के कॉलेज के आस पास ही घूम रहे थे और किसी को उन पर शक नहीं हुआ क्योंकि कोई उन्हें पहचान ही नहीं पाया। उधर आदित्य मौली के लिए बहुत परेशान था और मौली भी अंदर से डरी हुई थी। पर उसने खुद को तैयार किया और वह कैसे भी करके उन लोगों को पकड़वाना चाहती थी ।
मौली और बाकी लोगों को नहीं पता था कि उनमें से 6 लोग मारे जा चुके हैं और बाकी के लोग अभी जिंदा है। यह भी बात पता नहीं थी कि सलोनी और बाकी लड़कियों के साथ क्या हुआ है यह बात सिर्फ कार्तिक और पुलिस के बीच में थी।
पुलिस की टीम कॉलेज के बाहर घूम रही थी और मौली पार्क में बैठी हुई थी आदित्य और कार्तिक के साथ । कार्तिक को सर ने बुलाया था तो वह उनसे मिलने ऑफिस में चला गया था। उसने जाते हुए आदित्य को मौली का ध्यान रखने के लिए बोला था।
आदित्य और मौली दोनों बैठकर वही बात कर रहे थे तभी आदित्य को किसी ने बुलाया उसके साथ चला गया।
आदित्य को किसी ने पीछे से बुलाया था लेकिन इसलिए वह मौली को वहीं रुकने का बोल कर चला गया।
10 मिनट के अंदर ही जब वह वापस आया तब तक मौली वहां से गायब हो चुकी थी ।उसने मौली को सभी जगह ढूंढा पर उसे मौली कही दिखाई नहीं दी। वह परेशान हो गया था उसने जल्दी से कार्तिक को फोन किया । कार्तिक डिन सर के ऑफिस में बैठा हुआ था। जब उसने देखा कि उसके फोन पर आदित्य का फोन आ रहा है तो उसने एक बार तो इग्नोर कर दिया ।
लेकिन जब फोन बार-बार आने लगा तो वह भी परेशान हो गया और जैसे ही उसने फोन उठाया । वह वहा से भागकर उसके पास आया उसने आदित्य को बहुत सुनाया कि उसे मना किया था मौली को अकेला छोड़ने के लिए फिर भी उसने मोला कैसे छोड़ दिया।
आदित्य और कार्तिक वहां से फिर बाहर पुलिस वालों के पास पहुंचे जो अभी भी वही घूम रहे थे उन्हें इतना परेशान होता देख कर। पुलिस वाले उनके पास आए और बोले क्या हुआ कार्तिक बोला मौली मिल नहीं रही है गायब हो गई।
अब देखते हैं कहानी में क्या मोड़ आता है ? क्या पुलिस और कार्तिक मिलकर मौली को बचा पाएंगे ? या यह लोग मौलिक को भी गवा देंगे ?
जानने के लिए पढ़ते रहिए हमारी कहानी, हम जल्द मिलते हैं आपको कहानी के अगले भाग के साथ तब तक अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें क्योंकि कोई और रखने नहीं आएगा
कमश:
।। जयसियाराम ।।
vishalramawat"सुकून"(जाना)
shahil khan
10-Apr-2023 09:40 PM
nice
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Vedshree
10-Apr-2023 07:12 AM
Very nice 👌👏
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प्रत्यंगा माहेश्वरी
06-Apr-2023 11:10 PM
👌👌👌
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